- जिलाधिकारी ने एनआईसी कक्ष में ली डेंगू रोकथाम की बैठक
- डेंगू रोकथाम के संबंधित अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
पौड़ी गढ़वाल। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने एनआईसी कक्ष में डेंगू रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग व नगर निकायो के अधिकारियों को डेंगू वाले क्षेत्रों में निरंतर रूप से फॉगिंग करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने मलेरिया अधिकारी ने डोर-टू-डोर डेंगू की सर्वे नहीं करने व सहायक नगर आयुक्त श्रीनगर द्वारा फॉगिंग नहीं करने पर वेतन रोकने के निर्देश दिये। जबकि नगर आयुक्त श्रीनगर को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि प्रतिदिन घर-घर जाकर फॉगिंग कर उसकी फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने मलेरिया अधिकारी को गत वर्ष जिन वार्ड, गल्ली-मोहल्ला में जिन व्यक्तियों को डेंगू की पुष्टि हुई है व इस वर्ष भी उन्हीं वार्ड, गल्ली-मोहल्ला में डेंगू के मरीज मिले हैं तो उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जिससे वहां डेंगू से निजात दिलाने हेतु आवश्यक कार्यवाही समय पर की जा सकेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रीनगर, कोटद्वार व यमकेश्वर में डेंगू कंट्रोल रूम स्थापित कर प्रतिदिन की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। जनपद में डेंगू के मामले कुल 99 हैं। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व नगर निकाय के अधिकारियों को डेंगू के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में निरंतर रूप से प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये हैं। जिससे बड़ते डेंगू मामलों की संख्या कम की जा सकेगी। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, सीएमएस बेस चिकित्सालय श्रीकोट डॉ. रविन्द्र बिष्ट, एसीएमओ डॉ. रमेश कुंवर, मलेरिया अधिकारी डॉ. इंद्रपाल सिंह, सीएमएस डॉ. नीरज कुमार रॉय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।