उत्तरकाशी में मध्य प्रदेश के चार यात्रियों की मौत
केदारनाथ यात्रा के पड़ाव फाटा में मोटर साइकिल दुर्घटनाग्रस्त
राज्य प्रवक्ता
गंगोत्री नेशनल हाईवे पर सुनगर के पास टैंपों और छोटे वाहनों पर चट्टान से मलबा गिर गया। वाहनों में सवार कुल 22 यात्रियों में से चार की मौत हो गई जबकि सात घायल है। घायलों को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया है। सभी यात्री मध्य प्रदेश इंदौर के बताए जा रहे हैं। इधर केदानरनाथ हाईवे के पास फाटा में एक मोटर साइकिल दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना में बाइक सवार की मौत हो गई। लगातार बारिश के चलते चारों धामों के रास्ते बंद हैं।
चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे कंचनगंगा के पास मलबा आने के कारण बंद है। सड़क का करीब सौ मीटर हिस्सा नदी में बह गया है। सीमांत गांव जुम्मा के पास जुम्मा गदेरे में हिस्खलन से ग्लेशियर का बड़ा हिस्सा धौली गंगा में समा गया, जिससे धौली गंगा का जल स्तर बढ़ गया है। भारत-चीन सीमा पर मलारी नीती में पुल खतरे में आ गया है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार सोमवार देर शाम धौली गंगा में अचानक पानी बढ़ गया। चमोली के आपदा प्रबंध अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि हिमस्खलन से धौली गंगा का जल स्तर बढ़ा है लेकिन नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
स्मार्ट सिटी का बुरा हाल
अब स्मार्ट सिटी देहरादून में रिस्पना, विंदाल, सौंग समेत अन्य नदियों के किनारे रहने वाले लोगों तो परेशान हैं ही साथ ही धर्मपुर, रिस्पना पुल, सहानपुर चौक, कार्गी चौक, चंद्रबनी समेत अन्य इलाकों में रह रहे लोगों का बारिश के पानी ने जीना मुहाल कर दिया है।
शहर का ऐसा कोई कोना नहीं जहां बाढ़ जैसी स्थिति न हो। पूरा शहर पानी में डूबा हुआ है। स्मार्ट सिटी के कार्यों के चलते जगह-जगह बने गड्ढे दुर्घटनाओं का कारण बने हुए हैं।