राज्य प्रवक्ता
टिहरी में चार दिनी एक्रो फेस्टिवल चल रहा है। 25 देशों के 177 पैराग्लाइड़िंग के पायलट इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं। झील के ऊपर चारों तरह पैराग्लाइडर नजर आ रहे है। पायलट का कहना है कि झील के ऊपर उड़ान भरने का रोमांच ही कुछ और है। ग्लाइडर यहां तक कह रहे हैं कि टिहरी ग्लाइडिंग के लिए सबसे उपयुक्त स्थान है और यहां खुले आकाश में उड़ान भरना शानदार अनुभव है। पर्यटन विभाग टिहरी का यह आयोजन वास्तव में उत्तराखंड के पर्यटन विकास को नई दिशा देना जैसा है। पैराग्लाइडिंग को लेकर पौड़ी और कुमायूं में भी कोशिशें की गई लेकिन अधिक सफलता इसलिए नहीं मिल पाई यहां बिजली के हाई टेंशन लाइनों का जाल बिछा हुआ है और घाटियों में उड़ान में सुरक्षा का भाव नहीं रहता। आज तीसरे दिन की प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी और दूर दराज से लोग पैराग्लाइडिंग का नजारा देखने पहुंच रहे हैं। टिहरी में वाटर स्पोर्टस के बाद पहली बार पैराग्लाइडिंग का आयोजन किया जा रहा है जो स्थानीय लोगों के साथ ही पूरे उत्तराखंड के लिए उत्सव सा एहसास है। जिला पर्यटन अधिकारी अतुल भंडारी ने बताया कि फेस्टिवल में भारत सहित 28 देश प्रतिभाग कर रहे हैं।