
शुभारंभ पर मौजूद शिक्षा मंत्री व अन्य।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने किया विधिवत शुभारंभ
राज्य प्रवक्ता
देहरादून स्थित दून चिकित्सालय में आज स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने छह से अधिक चिकित्सा सुविधाओं का विधिवत शुभारम्भ किया। विस्तारित सुविधाओं में लेजर सर्जरी, नेक्स्ट जनरेशन ई-हॉस्पिटल, ओपीडी हेल्प डेस्क, कलर डॉपलर अल्ट्रासाउंड लेवल-दो, ब्लड सैंपलिंग व रिपोर्टिंग काउंटर शामिल हैं। इसके अलावा ओपीडी भवन के तृतीय तल पर मेडिसिन, रेस्पेटरी मेडिसिन, नेत्र विभाग व दंत विभाग के लिए पृथक से ओपीडी पंजीकरण के अतिरिक्त काउंटर भी शुरू किए गए।
इस अवसर डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि दून अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लगातार सुविधाओं का भी विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में उपरोक्त सुविधाएं विस्तारित की गई हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा अस्पताल के वार्डों एवं परिसर में बेहतर सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही सफाई कर्मियों व अन्य चतुर्थ श्रेणी स्टॉफ के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य रूप से लागू करने को कहा गया है।
डॉ. रावत ने कहा कि अस्पताल के 50 वार्ड ब्वॉय को एम्स ऋषिकेश में एमटीएस का प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि मरीजों एवं तीमारदारों को व्यवहारपूर्वक गाइड कर सकें। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन नए भवन में शीघ्र ही स्टॉफ कैंटीन भी शुरू की जाएगी। कार्यक्रम में राजपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक खजान दास ने कहा कि आज दून मेडिकल कॉलेज में सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं हैं जहां पर प्रतिदिन तीन हजार से अधिक मरीज उपचार के लिये आते हैं। इससे पहले मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने दून अस्पताल में संचालित सुविधाओं की जानकारी दी।
कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक दून अस्पताल डॉ. रविन्द्र सिंह बिष्ट, उप चिकित्सा अधीक्षक एन.एस.बिष्ट, डॉ. अनुराग अग्रवाल, डॉ. केसी पंत, डॉ. सुशील ओझा, डॉ. राजीव कुशवाह, डॉ. अभय सिंह, डॉ. आरपी खंडूडी, वरिष्ट जनसम्पर्क अधिकारी महेन्द्र भंडारी, नीलम अवस्थी, निधि काला, मंडल अध्यक्ष भाजपा पूनम शर्मा, पार्षद रोहन चंदेल सहित नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टॉफ उपस्थित रहे।
दून अस्पताल में खुलेंगे दो नए विभाग
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार को लेकर प्रतिबद्ध है। इसी क्रम में सरकार ने दून मेडिकल कॉलेज में दो नए विभाग न्यूरोलॉजी व गैस्ट्रोलॉजी को खुलने का निर्णय लिया है, साथ ही कार्डियोलॉजी विभाग में शीघ्र ही एक और फैकल्टी तैनात की जाएगी।