राज्य प्रवक्ता
भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय 14 नवंबर 2008 को केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में संसद के एक अधिनियम से अस्तित्व में आया और समुद्री क्षेत्र के लिए प्रशिक्षित मानव संसाधन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का कार्य करता है। समुद्र विज्ञा
न के क्षे़त्र में ये विश्वविद्यालय अवसर देता है। यहां समुद्र विज्ञान में बीटेक और एमटेक के साथ ही बीएससी और एमएससी में भी प्रवेश होते हैं। इसके लिए जेई मेन और एडवांस की जरूरत नहीं है। विश्वविद्यालय ने प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे है। आवेदन 15 मई तक ऑनलाइन भर सकते हैं। 10 जून को विवि की प्रवेश परीक्षा होगी। गणित, रसायन और भौतिक विज्ञान के साथ ही सामान्य ज्ञान से भी सवाल पूछे जाते हैं। भारत में कुल चार कॉलेज है। कॉलेज की प्लेसमेंट 85 प्रतिशत है। अधिक जानकारी के लिए संस्थान की वेबसाइट पर खोलें। के लिए तैयार है। 14 नवंबर को हर साल श्आईएमयू दिवसश् के रूप में मनाया जाता है।
क्या पढ़ाता है संस्थान
समुद्र विज्ञान, समुद्री इतिहास, समुद्री कानून, समुद्री सुरक्षा, खोज और बचाव, परिवहन, पर्यावरण अध्ययन और अन्य संबंधित क्षेत्रों जैसे अध्ययन के उभरते क्षेत्रों पर ध्यान देने के साथ समुद्री अध्ययन, प्रशिक्षण, अनुसंधान और विस्तार कार्य। इन और संबंधित क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और उनसे जुड़े या प्रासंगिक अन्य मामलों में भी।