- 55 किमी का दायरा किया जाएगा कवर
श्रीनगर। नगर निगम श्रीनगर के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जो घोषणाएं की थी, उनको अमली जामा पहनाने की तैयारी पूरी होने लगी है। कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रीनगर दौरे के दौरान नगर निगम श्रीनगर के बढ़ते नए दायरे को देखते हुए क्षेत्र को सीवरेज योजना से जोड़ने की घोषणा की थी, जो अब पूरी होने जा रही है। दरअसल, उत्तराखंड पेयजल निगम गंगा इकाई श्रीनगर ने इसके लिए 100 करोड़ की योजना तैयार कर रिपोर्ट शासन को भेज दी है। शासन से स्वीकृति और बजट मिलते ही धरातल पर काम शुरू हो जाएगा। इस योजना के तहत श्रीनगर के 55 किलोमीटर के दायरे को सीवरेज योजना से जोड़ दिया जाएगा। बता दें कि पौड़ी जिले का श्रीनगर गढ़वाल शहर एक बड़े एजुकेशन हब के रूप में उभर रहा है। यहां गढ़वाल केंद्रीय विवि, एनआईटी, एसएसबी, सीटीसी और मेडिकल कॉलेज समेत कई और बड़े संस्थान हैं, जिसके चलते शहर की आबादी तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में शहर के लिए सरकार बेहतर प्लान बनाने पर काम कर रही है। ताकि यहां को लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिल सके।
श्रीनगर पालिका को अपग्रेड कर नगर निगम भी बनाया गया है। यही कारण है कि सरकार नगर निगम के हिसाब से यहां पर काम कर रही है। पेयजल निगम गंगा इकाई ने श्रीनगर के लिए 100 करोड़ की योजना तैयार की है, जिसके तहत 55 किलोमीटर के श्रीनगर नगर निगम के दायरे में आने वाले नए मोहल्ले और गांवों को सीवरेज से जोड़ा जाएगा। इसके लिए दो नए सीवरेज प्लांट श्रीकोट और उफलडा में बनाये जाने की भी कार्ययोजना इसमें रखी गयी है। इससे घरों और प्रतिष्ठानों का निकलने वाले अवशिष्ट अलकनन्दा नदी में जाने के बजाय सीवरेज पाइपों से सीवरेज प्लांटों तक जाएगा।पेयजल निगम गंगा इकाई श्रीनगर के अधिशासी अभियंता रविंद्र सिंह ने बताया कि श्रीनगर में 55 किलोमीटर के दायरे में सीवरेज योजना बनाई जा रही है, जिसकी डीपीआर सितंबर माह तक बन कर तैयार हो जायेगी, जिसके तहत श्रीकोट में 2 एमएलडी का सीवरेज प्लांट बनाया जाना है, जिससे 20 किलोमीटर के दायरे को सीवरेज योजना से जोड़ा जाएगा।इसके अतिरिक्त 05 एमएलडी का प्लांट उफलड्डा में भी बनाया जाना प्रस्तावित है। इससे 15 किलोमीटर के हिस्से को योजना से जोड़ा जाएगा। डीपीआर बनने और योजना के लिए बजट अवमुक्त होने के बाद कार्य शुरू कर दिया जाएगा।