राज्य प्रवक्ता
यूजीसी ने अपने ताजा आदेश में कहा कि कोई विश्वविद्यालय एमफिल कोर्स में दाखिला दे रहा हो, तो न लें। आयोग का कहना है कि एमफिल पाठ्यक्रम बीते साल नवंबर से नए नियम आने के बाद बंद हो चुका है। प्रवेश दे रहे विश्वविद्यालयों को भी चेतावनी दी गई है। यूजीसी के अनुसार, यह फैसला अकादमिक सत्र 2022-23 से लागू हुआ था। एकीकृत स्नातकोत्तर-पीएचडी को प्रोत्साहित करना इसका मकसद है। आयोग ने कहा था, एमफिल में पहले से नामांकित विद्यार्थी कोर्स पूरा कर सकेंगे। यूजीसी के सचिव मनीष जोशी ने कहा, ऐसे मामले आए हैं, जहां कुछ विवि एमफिल के लिए आवेदन करवा रहे हैं। यह मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। यूजीसी दिशा निर्देश (पीएचडी प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक व प्रक्रिया) विनियमन, 2022 के नियम 14 में स्पष्ट है, कोई भी उच्च शिक्षण संस्थान एमफिल में दाखिला नहीं देगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल ही आयोग ने यह कोर्स तुरंत बंद करने के निर्देश दिए थे।