राज्य प्रवक्ता
विजिलेंस कोर्ट ने एक थानाध्यक्ष समेत छह पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। ये सभी दुष्कर्म के मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए पांच लाख की डिमांड कर रहे थे। मामला हरि नगरी हरिद्वार का है। यहां विजिलेंस कोर्ट में गोपाल सिंह, जगजीतपुर, थाना कनखल ने शिकायत की। बताया कि जगजीतपुर के ही अमन और पंकज को उसने 70 हजार रुपये उधार दिए थे। जब पैसे वापस मांगे तो दोनों उसे बलात्कार के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। पैसों का दबाव डाला तो उन्होंने थाना कनखल में उसके खिलाफ दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। जांच हुई और जांच में केस झूठा पाया गया।
इसके बाद कनखल थाने के तत्कालीन प्रभारी थानाध्यक्ष खेमेंदर गंगवार, महिला दारोगा हेमलता, कांस्टेबल पूनम सोरियाल, बलवंत, पप्पू कश्यप और वीरेंद्र ने मामले में अंतिम रिपोर्ट लगाने के पांच रुपये मांगें। 12 दिसम्बर 2021 को तत्कालीन थानाध्यक्ष ने फोन कर उसे पेट्रोल पंप के पास बुलाया। जहां पर मौजूद उक्त सभी पुलिसकर्मियों ने उससे पांच लाख रुपए की मांग की और जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो उन्होंने हवालात में भी बंद कर दिया। गोपाल ने कहा कि उसने अपने एक साथ को पैसे लाने के लिए कहा लेकिन वह पैसा नहीं ला पाया। इस पर पुलिस ने उसे पीटा और जेल भेज दिया। जेल से बाहर आने के बाद पीड़ित गोपाल ने 13 मार्च 2023 को थाना कनखल पुलिस को तहरीर दी और जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो 23 मार्च 2023 को एसएसपी हरिद्वार को शिकायत भेजी। लेकिन जब इस पर भी कोई कारवाई नहीं हुई तो उसने विजिलेंस कोर्ट में शिकायत की। कोर्ट ने सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।