राज्य प्रवक्ता
करोड़ों हिंदुओं के आस्था और विश्वास के प्रीतक विश्व प्रसिद्ध धाम गंगोत्री के कपाट आज अन्नकूट पर्व पर वैदिक मंत्रोच्चार और स्थानीय रीति-रिवाज के साथ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। गंगोत्री के डोली प्रस्थान कर आज मार्कण्डेय मंदिर मुखीमठ में रात्रि विश्राम करेगी और कल अपने मायके मुखवा पहुंच जाएगी। शीतकाल में गंगोत्री के दर्शन मुखवा गांव में होंगे। आज अपराह्न 12 बजकर 14 मिनट पर गंगोत्री के कपाट बंद कर दिए गए। कल यानि 3 नवम्बर को भैयादूज पर बाबा केदारनाथ और यमुनोत्री के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे। कपाट बंद होने के बाद यमुनोत्री के दर्शन शनि मंदिर खरसाली शनि मंदिर और केदारनाथ जी के दर्शन ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में होंगे। 17 नवम्बर को बदरीधाम के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे। यमुनोत्री व केदारनाथ में कपाट बंद करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी धामों में पहुंच रहे हैं।